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शर्म न करें

ध्यान रखें जो भी आप अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए करते हैं या करने की योजना बना रहे हैं ,यदि उसमे आपने शर्म को जगह दे दी  तो आपका वह कार्य या कार्य की योजना बिफल हो जायेगी क्योंकि जब आप अपने मन में शर्म को लाते हैं तो आप उस तरह का एक्ट नहीं कर पाते जो आपको उस कार्य के अनुरूप करना चाहिए था ,
क्योंकि यह सत्य है की ,यदि आप bussiness, नौकरी या कोई भी कार्य करते है तो आपके द्वारा किया जाने वाला एक्शन ही उस कार्य को सफल बनता है ,
इसलिए जो भी कार्य करना चाहते हैं या करते हैं उसे बिना किसी की बात सुने करते रहें ,लोगों की बातों में से नेगेटिव और पॉजिटिव बातो को फ़िल्टर करने की क्षमता विकसित करें और केवल पॉजिटिव बातों को ही स्वीकार  करें ,
एक बात जो मेरा सोचना है की हम लोगो की बातों को सुने ही नहीं तो हमें नेगेटिव और पॉजिटिव बातों का फ़िल्टर करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी,
जितना ज्यादा आप लोगों की नेगेटिव बातें एक्सेप्ट करते हैं उतना ही आप शर्मीले प्रकृति के होते चले जाते हैं जो की आपके प्रत्येक कार्य के लिए विष के समान है ,इसलिए शर्म करने की आदत छोड़ दें I

by
Mrityunjay sharma 

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