shugar (मधुमेह) का राम बाण इलाज जो आप घर बैठे कर सकते हैं
मित्रों वर्तमान समय के बदलते परिवेश में shugar भारत में पायी जाने वाली सबसे comman बीमारी है I यह बीमारी गाँव के बजाय शहर में ज्यादा होती है I इस बीमारी के होने का मुख्य कारण हमारी जीवन शैली है, उल्टा सीधा खान पान है और कुछ मामलो में ये बीमारी आनुवंशिक भी होती है अर्थात आपके पूर्वजों में होगी तो आपको भी हो सकती है परन्तु सही रहन सहन का सही तरीका अपनाएं तो कोई जरूरी नहीं आपके पूर्वजों को थी तो आपको भी हो ही जायेगी I
मधुमेह क्या है :
मित्रों हम जो भी खाते हैं उसे हमारा पाचन तंत्र पहले उसे Glucos (ग्लुकोज़) में परिवर्तित करता है उसके बाद इस Glucos को हमारे पाचन तंत्र के द्वारा हमारे blood में भेज दिया जाता है I इस glucos से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए इसका हमारी कोशिकाओं तक पहुचना जरूरी है ,इसे blood से कोशिकाओं तक पहुँचाने का काम इन्सुलिन (insuline) नामक हार्मोन की मदद से हमारे कोशिकाओं में भेज दिया जाता है जब हमारा शारीर insuline का production बंद या सही मात्रा में नहीं करता तो glucos की मात्रा blood में बढ़ जाती है I इसकी मात्रा blood में बढती जाती है और कोशिकाओं तक नहीं पहुँच पाती I ये ही shugar की बीमारी कहलाती है I
shugar की पहचान :
1. पेशाब का बार बार आना I
2. प्यास का अधिक महसूस होना ,पानी पीने के बाद भी गला का सूखना I
3. कमजोरी और थकान का हर समय महसूस होना I
4. मूत्र मार्ग में संक्रमण और त्वचा में रूखापन आना I
5. भूख का अधिक लगना और कभी कभी उलटी का आना I
6. वजन में कमी ,मांशपेशियों में दर्द और शारीर का तापमान कम होना I
shugar के प्रकार :
प्रकार 1 : shugar के टाइप 1 में शारीर में पाई जाने वाली पेन्क्रियाज ग्रंथि से insuline harmone का उत्पादन बंद हो जाता है और ये तब होता है जब पेन्क्रियाज की beta कोशिकाएं पूरी तरह नष्ट हो जाती हैं इनके नष्ट होने की वजह आनुवांशिक या किसी प्रकार का viral संक्रमण होता है I यह बिमारी मुख्यतः 12 से 25 वर्ष के बच्चों में पायी जाती है I ऐसे में मरीज को insuline का इंजेक्शन लेना आवश्यक हो जाता है I यह बिमारी बहुत कम लोगो में पायी जाती हमारे भारत देश में लगभग 2% ही यह बीमारी पायी जाती है I
प्रकार 2 : shugar के टाइप 2 में पेन्क्रियाज की beta कोशिकाएं कुछ कुछ insuline बनती है लेकिन यह थोडा बना insuline अधिक मोटापे और गलत खान पान की वजह से waste हो जाता है जिसकी वजह से blood में glucose की quantity बढ़ जाती है I ऐसे मरीजों का इलाज medicines से किया जाता है I हमारे भारत में लगभग 98% मरीज इसी तरह के पायें जाते हैं I लेकिन कोई भी दवा इसको सम्पूर्ण रूप से ख़त्म नहीं कर सकती परन्तु इसे maintain किया जा सकता है I जब दवावों से maintain नहीं होता तो कभी कभी insuline का इंजेक्शन भी लेना पड़ता है I
अब हम आपको बताने जा रहे हैं shugar को maintain करने के कुछ घरेलु और आयुर्वेदिक उपाय :
1. अमरुद को छोटा छोटा काट ले और उसपर काला या सेंधा नमक छिड़क कर खाने से shugar में आराम मिलता है I
2. अपने बेडरूम में साबुत फिटकरी रखें और south (दक्षीण )के तरफ सर करके सोयें I
3. अलसी को पीसकर उसे आटा में मिलाकर इसकी रोटी खाएं I
4. दो या तीन तुलसी के पत्तो को रोज सुबह खाली पेट खाएं या पत्तों का जुश बनाकर रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच लें I
5. एक चम्मच आंवले के जुश को दो चम्मच हल्दी पाउडर के साथ मिला लें और इस घोल को दिन में दो बार लेने से blood में खून की मात्रा कण्ट्रोल रहती है I
6. shugar की अचूक दवा काला जामुन है ,इसे काले नमक के साथ खाने से blood में shugar की मात्रा control रहती है I
7. यदि एक month तक रोज एक चम्मच दालचीनी का पाउडर दिन एक बार लिया जाये तो इससे shugar के साथ साथ वजन भी control होता है I
8. स्थायी रूप से shugar को control करने के daily करेले का जुश आधा गिलास दिन एक बार लें I
9. मेथी दाने का पाउडर रोज सुबह खाली पेट दो चम्मच लेने से पुरानी से पुरानी shugar भी control की जा सकती है I
10 .कांच या चीनी मिटटी के बर्तन में 7 या 8 भिन्डी के टुकड़े काट कर पानी में डालकर छोड़ कर रख दें ,सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पी लेंI
11 .shugar के पेशेंट को दो चम्मच नीम और चार चम्मच केले के पत्ते के रस को मिलाकर पीना चाहिए I
12 .ग्रीन tea भी shugar में फायदेमंद है I
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चेतावनी : इस साइट पर दी गयी जानकारी हमारे स्वयं के अनुभवों के आधार पर तैयार की जाती है ,किसी भी बिमारी में आप अपने Doctor की सलाह जरूर लें I पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें I इन उपायों का प्रयोग अपने विवेक के आधार पर ही करें , असुबिधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी I
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