मित्रो जीवन में प्रत्येक समय हमें किसी न किसी स्थिति में रहना पडता है वह स्थिति कोई सी भी हो सकती है
अच्छी या बुरी अथवा हम ये कहें की जो परिस्थिति हमारे अनुकूल होती है जिसमे हमे ख़ुशी महसूस होती है उसे
हम अच्छी परिस्थिति कह सकते हैं और जिसमे हमे ख़ुशी महसूस नहीं होती उसे बुरी
अब यदि हम अच्छा महसूस कर रहे हैं तो हमे जीवन आसान समझ में आता है परन्तु यदि जब हमे बूरी
परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है तो हमे हमारा जीवन बोझ लगने लगता है अब इसी बात को और
अच्छी तरह समझने के लिए थोड़ा विश्लेषंण करें की बुरी परिस्थिति का क्या मतलब है अर्थात जीवन आने वाली
वो स्थितियां जिनके लिए हम तैयार नहीं होते या जिनका हम आंकलन भी नहीं कर पाए होते हैं जब वो स्थितियां
हमारे जीवन में घटित होती हैं तो हम उनके अनुसार अपने आप को बदल नहीं पाते और हम दुखों से घिर जाते हैं
अब जब हम यह जान चुके हैं की हमारे दुःख का कारण हमारी तयारी न होना है तो हमे इसका हल ढूढ़ना चाहिए
मेरे विचार से यदि हम कुछ बातों का ध्यान दें तो इसका हल मिल सकता है जो इस प्रकार है :
(१) सबसे पहले हमे यह आंकलन करना है की हम कहाँ और किस स्थिति में खड़े हैं हमारी सामर्थ्य क्या है
(२) उसके बाद हमे अपने सामर्थ्य को देखते हुए अपने कार्यों की योजना बनानी है
(३ अब योजना के अनुसार अपने आने वाली परिस्थिति का आंकलन करके उसके विकल्पों के बारे में सोचना है
(४) और विकल्पों के अनुसारहि अपना आचरण करना है
और आप देखेंगे की आप किस तरह परिस्थितियों को अपने बस में करते हुए सुखी जीवन का अनुभव करते हैं I
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