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असली पुण्य

जीवन में सफलता का असली मतलब तब है जब आपकी समृद्धि का लाभ आपके  माता पिता उठा सकें ,आप कितने भी बड़े पद पर आसीन हों ,आप कितने भी प्रसिद्ध हों ,आप दुनिया के सबसे अमीर क्यों न हों ,यदि आप से आपके माता पिता खुश नहीं हैं तो ये सारी  उपलब्धि बेकार है ,
यदि आपके कमाएं हुए 100 पैसों में से यदि माता पिता पर सिर्फ 10 पैसे ही खर्च होते हैं ,तो समझिये यही 10 पैसे केवल आपका पुण्य जो आपने अर्जित किया है बाकी बेकार है I

by
Mrityunjay sharma

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